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Tara Sansthan Blog

  • 01-Aug-2019

    Manthan

    मंथन

    अभी कुछ समय पहले ही मेरी मुलाकात चिराग 5 वर्ष, अनिकेत 8 वर्ष व उनकी माँ पायल जिनकी उम्र 27 वर्ष भी नहीं होगी से हुई... चिराग अपने पापा को बहुत याद करता है, रोता है.... पायल ने

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  • 06-Jun-2019

    Santushti

    संतुष्टि

    जून, 2011 से तारा संस्थान ने पूर्ण रूपेण कार्य करना प्रारम्भ किया था उसके पहले कुछ कैम्प कुछ लोगों की मदद से करते रहे थे लेकिन वो बहुत थोड़ा सा काम था। तारा नेत्रालय, उद

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  • 06-Jun-2019

    Apna Ghar

    अपना घर

    हर माह आपसे रुबरु होने का तारांशु एक साहित्यिक माध्यम है, सोशल मीडिया के इस युग में प्रिंटेड पढ़ना भी अब ‘‘कुछ अलग’’ हो गया है।

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  • 08-May-2019

    Chhutti Garmi Kee...

    छुट्टी गर्मी की...

    हमारे देश की खूबसूरती ही यह है कि यहाँ सारे मौसम है और हर मौसम अपने चरम पर पूरे शवाब से आता है। ठिठुरती ठंड में अलाव, कोट और रजाई, बारिश में छाता और बरसाती और

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  • 08-May-2019

    Josh Se Bhare Bachche...

    जोश से भरे बच्चे

    तारा संस्थान में हम एक सायंकालीन स्कूल चलाते हैं, जिसका नाम है ‘‘मस्ती की पाठशाला’’। इसका विचार मेरे मन में तब आया था जब मैंने कुछ बच्चो

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  • 06-Apr-2019

    Jeevan Ka Mool Mantra

    जीवन का मूल मंत्र

    एक राजा ने अपने दरबार में घोषणा की कि मुझे एक ऐसा मंत्र चाहिए जो सारे मंत्रों से ऊपर हो जिसका हर परिस्थिति में उपयोग हो सके। सारे मंत्री और दरबारी परेशान हो गए कि

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  • 06-Mar-2019

    Aye Mere Vatan Ke Logon...

    ऐ मेरे वतन के लोगों...

    लता जी का ये गाना कहते हैं नेहरू जी की आँखों में पानी ले आया था और हम सब भी जब भी ये गाना सुनते हैं हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इसी गाने की एक पंक्ति ये

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  • 06-Mar-2019

    Gehun Ke Daane...

    गेहूँ के दाने...

    एक कहानी सुनी थी जो कुछ इस प्रकार थी। एक राजा के 3 बेटे थे, राजा बहुत ही सोच में रहते थे कि इनमें से किसे अपना उत्तराधिकारी बनाऊँ क्योंकि वे चाहते थे कि सबसे श्

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  • 08-Feb-2019

    Udi Udi Re Patang...

    उड़ी उड़ी रे पतंग...

    1 जनवरी की सुबह मैं घर से निकला तो गाड़ी सीधे ‘‘तारा’’के नये वृद्धाश्रम भवन की तरफ मोड़ ली क्योंकि मुझे न्योता था कि आज आनन्द वृद्धाश्रम

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  • 28-Jan-2019

    HAPPY NEW YEAR

    HAPPY NEW YEAR

    1 जनवरी, 2019 वैसे तो सब कुछ सामान्य ही था लेकिन कैलेण्डर में बदलता हुआ साल दिल में थोड़ा उत्साह तो पैदा कर ही देता है, तो नये साल की नई सुबह में, मैं उठकर पास के

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